2. शरीर में श्वेत रुधिर कणिकाओं का मुख्य कारण शरीर की रोगों से रक्षा करना
3. लिंफोसाइट कणिकाविहीन श्वेत रुधिराणु होती है या श्वेत रुधिराणुओं की कुल संख्या 20% से 30% होती है
4. विसरण प्रक्रिया द्वारा श्वसन के दौरान गैसैं रुधिर में प्रवेश करती हैं और फिर उसे छोड़ती हैं
5. हिमोग्लोबिन रुधिर की लाल रक्त कणिकाओं में पाया जाने वाला प्रोटीन है जिसमें लोहा पाया जाता है
6. लाल रुधिर कोशिकाओं में हीमोग्लोबिन नामक पदार्थ होता है जिसके कारण रक्त का रंग लाल होता है
7. रक्त में मूत्राल्म के उच्च स्तर के कारण जोड़ों पर यूरिक एसिड क्रिस्टल एकत्र हो जाने के कारण गाउट रोग (एक प्रकार का गठिया रोग ) हो जाता है
8. मनुष्य में श्वसन रंजक हीमोग्लोबिन होता है जिसका रंग लाल होता है
9. एंटीजन अनुपस्थित होने का कारण रक्त समूह O को सर्वदाता रक्त समूह कहते हैं
10. रक्त समूह AB को सर्वग्राही समूह कहते हैं क्योंकि इसमें कोई एंटीबॉडी नहीं होती है
11. रक्त को चार प्रमुख समूहों में बांटा जा सकता है A, B, AB, तथा O
12. मानव का सामान रक्तदाब 120/80 मिमी होता है
13. यदि मानव शरीर में रक्त की अपर्याप्त आपूर्ति हो तो इसे इस्कीमिया कहते हैं
14. पहली बार रुधिर परिसंचरण की व्याख्या विलियम हार्वे ने की थी
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